Vigyan Ke Chamatkar Nibandh: विज्ञान के चमत्कार से संबंधित यह लेख आपको विज्ञान कि प्रगति के बारे में बहुत कुछ जानकारी देना वाला है. जो छात्रों को बहुत ही उपयोगी होगा. विज्ञान की प्रगति पर निबंध या विज्ञान के चमत्कार पर निबंध के बारे में बहुत से छात्र इंटरनेट पर खोजते रहते है. आईए बिना देर किए हुए जानते है विज्ञान का चमत्कार हिंदी में
Vigyan Ke Chamatkar Nibandh – विज्ञान के चमत्कार पर निबंध
विज्ञान की प्रगति पर निबंध जानने से पहले हम विज्ञान के बारे में छोटी सी जानकारी देगें “आज का युग विज्ञान का युग है. यहां प्रत्येक दिन विभिन्न क्षेत्रों में नए-नए अविष्कार हो रहें है तो कही पुराने का अद्यतन किया जा रहा है. इस निबंध के अंर्तगत हम शुरुआत से वर्तमान तक का सफर तय करेगें एवं विज्ञान की विभिन्न क्षेत्रों में हो रही प्रगति पर एक वर्णात्मक चर्चा करेंगें
विज्ञान के चमत्कार पर निबंध रूपरेखा:
- प्रस्तावना
- विज्ञान की उतपत्ति
- चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान की प्रगति
- यातायात के क्षेत्र में विज्ञान की प्रगति
- सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विज्ञान की प्रगति
- मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान की प्रगति
- अंतरिक्ष जगत में विज्ञान की प्रगति
- विज्ञान के चमत्कार लाभ और हानि
- उपसंहार
प्रस्तावना – Vigyan Ke Chamatkar Nibandh
आज का युग विज्ञान का युग ही है. आज मनुष्य ने अपकी चेतना को बहुत ज्यादा विकसित किया है और दिन-प्रतिदिन नये-नये अविष्कारों और और अविष्कारों की खोज को जन्म दिया है.
विज्ञान ने हमारे जीवन को बदल के ही रख दिया है. और कई क्षेत्रों में विज्ञान की प्रगति हो रही है और कई क्षेत्रों को विज्ञान की सहायता से और उन्न्त और आधुनिक वनाया जा रहा है। विज्ञान के चमत्कार के बारे में एक विस्तृत चर्चा करते है.
विज्ञान की उत्पत्ति
वैसे तो विज्ञान के अंर्तगत कई साखाए आती है. हालांकि सत्रहवीं – अठारहवी शताब्दी में यूरोपीय देशो जिसें पस्चिम के देश भी कहा जाता है, यहां भौतिक सुविधा के लिए लोगो ने नयी-नयी खोज प्रारंभ की और छोटी-मोटी खोजो से आधुनिकता को एक नयी दिशा दी,
इसके बाद विभिन्न देशों में विज्ञान के प्रति रूचि बडी और यही से शुरुआत हो गयी एक वैज्ञानिक युग की हालांकि उस समय मनुष्यों को चीजो के बारें में ज्यादा जानकारी नही थी लेकिन कुछ कुशल बुद्धि वाले लोगो नें अपने प्रयास से कई रहस्यों और कई चीजों का प्रतिपादन किया
और इसी का परिणाम है कि आज हम अपने आसपास के वातावरण में एक आधुनिक और सुविधाओ से युक्त नयी-नयी चीजो को देखते है यही तो विज्ञान की प्रगति है.
चिकित्सा के क्षेत्र में Vigyan Ke Chamatkar
पहले के समय में महामारीयों का बहुत बडा दौर चलता था जिसमें रोग से पीडितों के लिए कोई उपचार ही नही था इसके परिणाम स्वरूप यह हुआ कि कई ऐसी महामारियों ने जन्म लिया कि उससे पीडित लाखो करोडों लोगो की मौत हुई इसका यह प्रभाव हुआ कि कई देशो की संख्या आधी से भी कम हो गयी थी,
महामारीयों के प्रभाव पर विजय पाने के लिए कुछ वैज्ञानिकों द्वारा प्रयास किया गया और वह सफल भी हुआ, इन महामारियों के लिए टीके का अविष्कार किया गया और आज के समय में विभिन्न रोगो पर मनुष्यों ने लगाम लगा दी है.
और वर्तमान समय में हर एक अंग के इलाज के लिए हजारों तकनीकी साधन उपलब्ध है जो रोग निवारण करने में अहम भूमिका निभाते है
विज्ञान ने न केवल मनुष्य को घातक बीमारियों से ठीक किया है, विज्ञान शल्य चिकित्सा का क्षेत्र है विज्ञान की सहायता से ही ब्रेन सर्जरी और हार्ट सर्जरी सिर्फ साइंस की वजह से की जाती है. सिर्फ विज्ञान की वजह से हृदय प्रत्यारोपण, फेफडों का एवं अन्य अंगो का प्रत्यारोपण आज एक सामान्य बात है
यातायात के क्षेत्र में विज्ञान की प्रगति
पहले का समय था और विज्ञान की आधुनिकता से पहले भी मनुष्य को यात्रा करने के लिए हल्की गाडियों का प्रयोग करना पडता था जिसमें जानवरोंं या पशुओं का सहारा लिया जाता था. जैसे ही विज्ञान की प्रगति शुरू हुई, इसमें धरातल और रोड पर चलने के लिए साईकिल, मोटर साईकिल, जीप, बस, ट्रेन, आदि का अविष्कार हुआ वही वायु मार्ग के माध्यम से यत्रा करने के लिए हेलीकॉप्टर, एयर प्लेन, रॉकेट आदि का निर्माण हुआ
समुद्रों एवं खाडियों के मार्गों में सुविधा हेतु आधुनिक जहाजों, शिपों का निर्माण हुआ जिससे कई देशों से समुद्री मार्ग के दवारा यात्रा करना आसान हुआ है.
सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार
विज्ञान ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जो विकास किया है वह अदभुत है. आज कल सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए हमे केवल डांक पर ही निर्भर नही रहना पडता. आज के समय में इलेक्ट्रिनिक मेल जिसे हम ईमेल कहते है, इसके माध्यम से कुछ ही सेकेंड में सूचना को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता है.
गत शताब्दी में सूचना और संपर्क के क्षेत्र में अद्भुत प्रगति हुई है। इलेक्ट्राॅनिक माध्यम के फलस्वरूप विश्व का अधिकांश भाग जुड़ गया है. सूचना प्रौद्योगिकी क्रान्ति ने ज्ञान के द्वार खोल दिये है. बुद्धि एवं भाषा के मिलाप से सूचना प्रौद्योगिकी के सहारे आर्थिक संपन्नता की ओर भारत अग्रसर हो रहा है.
इंटरनेट द्वारा डाक भेजना, इलेक्ट्राॅनिक वाणिज्य, संभव हुआ है. ऑनलाईन सरकारी कामकाज विषयक ई-प्रशासन, ई-बैंकिंग द्वारा बैंक व्यवहार ऑनलाईन, शिक्षासामग्री के लिए ई-एज्यूकेशन आदि माध्यम से सूचना प्रौद्योगिकी का विकास हो रहा है. सूचना प्रौद्योगिकी के बहुआयामी उपयोग के कारण विकास के नये द्वार खुल रहे हैं.
मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार
पहले मनोरंजन के लिए सीमित साधन ही थे परंतु समय के साथ-साथ विज्ञान की चमत्कारिक प्रगति हुई और मनोरंजन के कई साधन हमारे सामने आए जैसे रेडियों, टीवी, ग़ेम्स, आदि लेकिन वर्तमान में बडी-बडी टीबी, थ्रियेटर, सिनेमा, और थ्रीडी मूवी में इस्तेमाल होने वाली तकनीक भी विज्ञान का ही एक चमत्कार है.
सोशल मीडिया भी आज कल मनोरंजन का एक बहुत बडा साधन बन चुकी है, जहां करोडों लोग अपने कई घंटो इन्ही सोशल मीडिया पर व्यतीत करते है. जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब आदि
अंतरिक्ष जगत में विज्ञान की प्रगति
हमें बचपन में चंद्रमा के बारे में बताया जाता कि और उस समय कुछ लाइने बहुत ही प्रचलित थी जो शायद आपने भी अपने जीवन में सुनी होगी जैसे “चंदा मामा दूर के, लेकिन आज विज्ञान ने यह दूरी भी आसान कर दी है, मानव नें चंद्रमा पर अपने कदम भी रखें और अब उस पर जीवन की खोज करने में जुटा है,
मानव ने अंतरिक्ष जगत में बहुत ज्यादा विकास किया है आज बडे-बडे सैटेलाईट्स की मदद से हम हमारे अंतरिक्ष में होने वाली गतिविधि पर नजर रख सकते है, हालांकि यह ब्रह्मांड वेहद विशाल है लेकिन मनुष्य ने टेकीस्कोप का निर्माण कर अंतरिक्ष में कई विशाल, विचित्र और, रहस्यमय ग्रहो की खोज की है और उन पर जीवन की उपपत्ति को खोजा जा रहा है.
विज्ञान के चमत्कार लाभ और हानि – Vigyan Ke Chamatkar Nibandh
1. विज्ञान के लाभ:
- विज्ञान से बहुत ही सुविधाओ को जन्म दिया है. पूर्व में असंभव लगने वाले कई कार्यो को संभव किया है
- कई घातक बीमारियों का इलाज संभव है,
- लंबी दूरी को अब कम से कम समय में पूरा किया जा सकता है
- ऑनलाईन कार्यो से समय और पैसो दोनो की बचत होती है और यह सुविधाजनक प्रक्रिया भी है
- यह हमारे जीवन को आसान बना देगा।
- यह हमें अपनी दैनिक गतिविधियों को व्यवस्थित करने में मदद करता है।
- इससे हमारे काम को तेजी से करने में मदद मिलती है।
- यह हमें दूसरों के साथ अधिक आसानी से संवाद करने में मदद करता है।
- यह हमें अन्य संस्कृतियों और समाजों को बेहतर ढंग से जानने और समझने में मदद करता है।
2. विज्ञान के हानियां:
- विज्ञान ने प्रगति के साथ आज के लोग आलसी ज्यादा हो गए
- प्रौद्योगिकी ने हमारे शारीरिक प्रयासों को कम कर दिया है और हम अधिक शानदार और आरामदायक जीवन प्राप्त कर रहे हैं इससे बीमारियों और गंभीर रोगो से ग्रसित भी हो रहे है।
- समाज, जैसे साइबर अपराध की बढ़ती दर, हैकिंग, व्यक्तिगत जानकारी की चोरी और पोर्नोग्राफ़ी वेबसाइट समाज में असंतुलन कर रही है।
- कुछ ऐसी खोजो के कारण आज पर्यावरण संकट मडरा रहा है, और मौसम में असामान्य बदलाब भी देखने को मिल रहे है।
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उपसंहार – Vigyan Ke Chamatkar Nibandh
विज्ञान की प्रगति से होने वाली हानियों में इसमें भी दोष विज्ञान का नहीं है, बल्कि विज्ञान की खोजों का दुरुपयोग करने की मनुष्य की मंशा में है। किसी भी चीज का दुरूपयोग हमेशा नुकशानदायक होता है। विज्ञान की प्रगति के साथ यदि हम संतुलन बनाए रखे पर्यावरण और जीवन शैली को संतुलित रखे तो यह प्रगति और भी अधिक लाभकारी हो सकती है.
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