भारत के प्रमुख पर्वत: भारत प्राकृतिक सुंदरता के लिए सारी दुनिया में प्रख्यात है। कुदरत ने यहां वन, नदियों, पर्वत और पहाड़ो को एक अलग स्थान दिया है। आज के लेख में हम भारत के प्रमुख पर्वत (Bharat Ke Pramukh Parvat) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसमे हम भारत में कितने पर्वत है उनके नाम और उनके बारे में अन्य जानकारी जानने का प्रयाश करेंगे। आइये लेख की शुरुआत करते है।

विषय सूची
- 1 भारत के प्रमुख पर्वत
- 2 हिमालय पर्वत:
- 3 महान या बृहत हिमालय या हिमाद्रि
- 4 लघु हिमालय, मध्य हिमालय या हिमाचल
- 5 बाहरी हिमालय या शिवालिक
- 6 प्रायद्वीप पर्वत
- 7 अरावली पर्वत
- 8 विन्ध्याचल पर्वत
- 9 सतपुड़ा पर्वत
- 10 पश्चिमी घाट एवं सह्याद्रि
- 11 पूर्वी घाट
- 12 नीलगिरी या नीले पर्वत
- 13 भारत के प्रमुख पर्वत – Bharat Ke Pramukh Parvat FAQs:
- 14 Q. पर्वत कितने प्रकार के हैं?
- 15 Q. भारत के प्रमुख पर्वत कौन कौन से हैं?
- 16 Q. भारत के उत्तर में कौन सी पर्वतमाला है?
- 17 Q. भारत के पांच पर्वतों के नाम बताइये?
भारत के प्रमुख पर्वत
भारत में बहु प्रकार के पर्वत मौजूद है या पर्वतीय श्रंखलाये मौजूद है। हम इनके नाम के साथ ही इनके बारे में शार्ट में जानकारी भी प्राप्त करते जायेगे। भारत के प्रमुख पर्वतो का विवरण इस प्रकार है:
हिमालय पर्वत:
- हिमालय का नाम का अर्थ है हिम+आलय जिसमे हिम का अर्थ है वर्फ और आलय का अर्थ है घर अर्थात वर्फ का घर
- इसकी कुल लम्बाई लगभग 5000 किमी है और इसकी औसत ऊंचाई 2000 मीटर है एवं औसत चौड़ाई 240 किमी है। तथा इसका क्षेत्रफल लगभग 5 लाख वर्ग किमी है।
- हिमालय पर्वत श्रेणी को तीन भागो में बाँटा गया है:
- महान या बृहत हिमालय या हिमाद्रि
- लघु हिमालय, मध्य हिमालय या हिमाचल
- बाहरी हिमालय या शिवालिक
महान या बृहत हिमालय या हिमाद्रि
इसकी औसत ऊँचाई लगभग 6000 मीटर है। यह हिमालय पर्वत की सबसे ऊंची श्रेणी है। हिमालय के सभी सर्वोच्च सिखर इसी श्रेणी में है। जैसे
- एवरेस्ट
- कंचनजंगा
- मकालू
- धौलागिरी
- चो ओूऊ
- नंगा पर्वत
- अन्नपूर्णा
- नंदा देवी आदि
इसमें कंचनजंगा, नंगा पर्वत, नंदा देवी भारत की सीमा में है और बाकी के सभी नेपाल में है। इस श्रेणी में भारत के प्रमुख दर्रे अवस्थित है। इसमें शिपकी ला बारालाचा ला हिमाचल प्रदेश में है। बर्जीला कर जोजिला कश्मीर में और नीति ला, लिपुलेख ला और थाग ला उत्तराँचल में तथा जैलेप ला और नाथू ला सिक्किम में है।
माउन्ट एवरेस्ट को नेपाल में सागरमाथा, चीन में क्योमोलांगमा कहते है यह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। एवं कंचनजंगा भारत में हिमालय की सबसे ऊंची चोटी है। यह सिक्किम में स्थित है।
लघु हिमालय, मध्य हिमालय या हिमाचल
इसकी औसत ऊँचाई 3700 से 4500 मीटर है। कश्मीर, काठमांडू, कांगड़ा, और कुल्लू घाटियां इसकी श्रेणी में आती है। इन सबके अलावा धौलाधार, पीर पंजाल, नाग टिच्चा एवं मसूरी अन्य श्रेणियाँ है। इस श्रेणी में महत्वपूर्ण पर्वतीय पर्यटन स्थल है। जैसे शिमला, छेल, रानीखेत, चकराता, मसूरी, नैनीताल, अल्मोड़ा, दार्जलिंग आदि।
बाहरी हिमालय या शिवालिक
यह हिमालय की सबसे दक्षिणी श्रेणी है। इसकी औसत ऊचाई 1000 मीटर है। इसमें मिट्टी और कंकड़ के बने ऊंचे मैदान मिलते है जिसे दून या द्वार कहते है। इसके पश्चात भारत के विशाल मैदान की शुरुआत होती है। भारत की सबसे ऊँची चोटी K–2 या गॉडविन ऑस्टिन है जो काराकोरम न की हिमालय में। यह पाक अधिकृत कश्मीर में है तथा बृहत हिमालय के उत्तर में स्थित है।
प्रायद्वीप पर्वत
अरावली पर्वत
यह राजस्थान से लेकर दिल्ली के दक्षिण पश्चिम तक विस्तृत है। इसकी कुल लम्बाई लगभग 880 किमी है। यह विश्व के सबसे पुराने पर्वत है। गुरु शिखर इनकी सबसे ऊँची चोटी है। इस पर माउंट आबू स्थित है।
विन्ध्याचल पर्वत
यह पर्वत माला पश्चिम में गुजरात से लेकर पूर्व में उत्तर प्रदेश तक जाती है। यह विन्ध्याचल भारनेर, कैमूर, व पारसनाथ पहाड़ियों का सम्मलित रूप है। विन्ध्याचल पर्वत ही उत्तर व दक्षिण भारत को स्पष्ट रूप से अलग करता है। इसकी औसत ऊचाई 900 मीटर है।
सतपुड़ा पर्वत
सतपुड़ा पश्चिम में राजपीपला से आरम्भ होकर छोटा नागपुर के पठार तक विस्तृत है। महादेव और मैकाले पश्चिमी पहाड़िया भी इस पर्वतमाला का हिस्सा है।
पश्चिमी घाट एवं सह्याद्रि
इसकी औसत ऊचाई 1200 मीटर है। यह पर्वत माला 1600 किमी लम्बी है। इस श्रेणी में दो प्रमुख दर्रे है थालघाट जो नासिक को मुंबई से जोड़ता है एवं भोरघाट जहाँ से भोरघाट से मुंबई-कोलकाता रेल मार्ग गुजरता है। तीसरा दर्रा पालघाट इससे तमिलनाडु व केरल जुड़ते है। इस श्रेणी के दक्षिणी हिस्से को मुख्य श्रेणी से अलग करता है।
पूर्वी घाट
इसकी औसत ऊचाई 615 मीटर है और यह श्रेणी 1300 किलोमीटर लम्बी है। इस श्रंखला की सबसे ऊंची चोटी महेंद्रगिरी है।
नीलगिरी या नीले पर्वत
नीलगिरि की पहाड़िया पश्चिमी घाट व् पूर्वी घाट की मिलन स्थली है। नीलगिरि की सबसे ऊंची चोटी दोद्दाबेट्टा है। सुदूर-दक्षिण में इलायची की पहाड़िया है जिन्हे इल्लामलाई पहाड़ी भी कहते है। प्रायद्वीपीय भारत की सबसे ऊंची चोटी अन्नाईमुडी है जो अन्नामलाई पहाड़ियों में है।
भारत के प्रमुख पर्वत – Bharat Ke Pramukh Parvat FAQs:
यहां हम भारत के प्रमुख पर्वत (Bharat Ke Pramukh Parvat) से सम्बंधित कुछ प्रश्नों को उत्तर सहित प्रकाशित कर रहे है, इन्हे अक्सर उम्मीदवारों द्वारा पूछा जाता है।
Q. पर्वत कितने प्रकार के हैं?
उत्तर: सामान्यतः पर्वत 5 प्रकार के होते है। जिनमे वलित पर्वत, भ्रंशोत्थ पर्वत या ब्लॉक पर्वत, होर्स्ट पर्वत, ज्वालामुखी पर्वत और अवशिष्ट पर्वत।
Q. भारत के प्रमुख पर्वत कौन कौन से हैं?
उत्तर: हिमालय, अरावली, विन्ध्याचल, और सतपुड़ा भारत के प्रमुख पर्वत है।
Q. भारत के उत्तर में कौन सी पर्वतमाला है?
उत्तर: भारत में उत्तर में दो पर्वत श्रृंखलाएं हैं, काराकोरम पर्वत श्रृंखलाएं और हिमालय पर्वत श्रेणी
Q. भारत के पांच पर्वतों के नाम बताइये?
उत्तर: भारत के पांच पर्वतों के नाम है: हिमालय, अरावली, विन्ध्याचल, सतपुड़ा और पश्चिमी घाट या सह्याद्रि
हमें आशा है आपको भारत के प्रमुख पर्वत (Bharat Ke Pramukh Parvat) से सम्बंधित यह लेख पसंद जरूर आया होगा। उम्मीदवार किसी भी नवीनतम अपडेट के लिए इस पृष्ठ के संपर्क में भी बने रहें। साथ ही उम्मीदवार नवीनतम जॉब्स, एडमिट कार्ड और परीक्षा अलर्ट के संबंध में नवीनतम अपडेट प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं।
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